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UP Home Guard परीक्षा: वैदिक सभ्यता (Vedic Sabhyata) के संपूर्ण नोट्स (0 से Advance Level तक)

UP Home Guard परीक्षा: वैदिक सभ्यता (Vedic Sabhyata) के संपूर्ण नोट्स (0 से Advance Level तक)

UP Home Guard परीक्षा: वैदिक सभ्यता (Vedic Sabhyata) के संपूर्ण नोट्स (0 से Advance Level तक)

UP Home Guard परीक्षा: वैदिक सभ्यता (Vedic Sabhyata) के संपूर्ण नोट्स (0 से Advance Level तक)

वैदिक सभ्यता क्या है? इसे आसान हिंदी में समझें। UP Home Guard और अन्य परीक्षाओं के लिए ऋग्वैदिक काल और उत्तर-वैदिक काल के महत्वपूर्ण तथ्य, समाज, राजनीति, धर्म और अर्थव्यवस्था पर आधारित सरल नोट्स। इस पोस्ट में आपको 0 Level से Advance Level तक की पूरी जानकारी मिलेगी, जो आपकी परीक्षा की तैयारी को मजबूत करेगी।

🌱 Basic Explanation (0 Level)

वैदिक सभ्यता भारत की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक है। 'वैदिक' शब्द 'वेद' से आया है, जिसका मतलब है 'ज्ञान'। इस सभ्यता की जानकारी हमें चार वेदों से मिलती है। इस सभ्यता को बनाने वाले लोग आर्य कहलाते थे।

  • समय: लगभग 1500 ईसा पूर्व से 600 ईसा पूर्व तक।
  • संस्थापक: आर्य (माना जाता है कि वे मध्य एशिया से आए थे)।
  • स्रोत: वेद, ब्राह्मण ग्रंथ, आरण्यक और उपनिषद।

🇮🇳 Important Points (Basic to Intermediate Level)

वैदिक सभ्यता को अध्ययन की सुविधा के लिए दो मुख्य भागों में बाँटा गया है:

1. ऋग्वैदिक काल (या पूर्व-वैदिक काल)

  • समय: 1500 ईसा पूर्व से 1000 ईसा पूर्व।
  • जानकारी का स्रोत: केवल ऋग्वेद
  • जीवन: मुख्य रूप से कबीलाई (Nomadic) और पशुपालक
  • मुख्य पेशा: गायें पालना (गायों को 'अघन्या' या न मारने योग्य माना जाता था)।

2. उत्तर-वैदिक काल

  • समय: 1000 ईसा पूर्व से 600 ईसा पूर्व।
  • जानकारी का स्रोत: यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद, ब्राह्मण ग्रंथ आदि।
  • जीवन: लोग स्थायी रूप से बस गए और खेती मुख्य पेशा बन गई।

🏛️ समाज और राजनीति (Social & Political Structure)

विषय ऋग्वैदिक काल (सरल) उत्तर-वैदिक काल (बदलाव)
समाज समानता थी। परिवार (कुल) सबसे छोटी इकाई थी। महिलाएँ यज्ञों में भाग लेती थीं। जाति व्यवस्था कठोर होने लगी (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र)। महिलाओं की स्थिति थोड़ी कमजोर हुई।
राजनीति जन (कबीला) मुख्य इकाई थी। राजा (जन का मुखिया) सिर्फ रक्षा करता था, वह बहुत शक्तिशाली नहीं था। छोटे-छोटे जन मिलकर बड़े जनपद (राज्य) बनने लगे। राजा की शक्ति बहुत बढ़ गई (साम्राज्य की भावना)।
प्रशासन राजा की मदद के लिए सभा (बुजुर्गों की संस्था) और समिति (आम लोगों की संस्था) होती थी। सभा और समिति का महत्व कम हो गया। बली (अपनी इच्छा से दिया गया कर) अब नियमित कर (Tax) बन गया।

उदाहरण (Examples):

  • ऋग्वैदिक काल में: एक गाँव (ग्राम) के मुखिया को ग्रामणी कहते थे।
  • उत्तर-वैदिक काल में: राजा राजसूय, अश्वमेध जैसे बड़े-बड़े यज्ञ करवाकर अपनी शक्ति दिखाता था।

🙏 धर्म और अर्थव्यवस्था (Religion & Economy)

धर्म

  • ऋग्वैदिक धर्म: मुख्य रूप से प्रकृति पूजा। प्रमुख देवता इन्द्र (युद्ध का देवता), अग्नि (मनुष्य और देवता के बीच मध्यस्थ), और वरुण (जल और नैतिक व्यवस्था का देवता) थे।
  • Key Point: इस समय मूर्ति पूजा नहीं होती थी।
  • उत्तर-वैदिक धर्म: ब्रह्मा (सृजन), विष्णु (पालन) और महेश (विनाश) का महत्व बढ़ने लगा। यज्ञ और कर्मकांड (पूजा-पाठ के नियम) बहुत जटिल हो गए।

अर्थव्यवस्था (Economy)

  • ऋग्वैदिक काल: पशुपालन (गाय सबसे महत्वपूर्ण संपत्ति थी)।
  • उत्तर-वैदिक काल: कृषि (खेती) मुख्य पेशा बन गया। पहली बार लोहे का उपयोग बड़े पैमाने पर हुआ, जिससे खेती करना आसान हो गया।

📚 Advance Level Notes (परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण तथ्य)

  1. वेद (चार):
    • ऋग्वेद: सबसे पुराना। इसमें 10 मंडल और 1028 सूक्त हैं।
    • यजुर्वेद: यज्ञों के नियम और विधि-विधान।
    • सामवेद: संगीत का जनक।
    • अथर्ववेद: जादू-टोना, रोग निवारण, औषधि और सामान्य मनुष्यों के विचार।
  2. दशराज्ञ युद्ध (Ten Kings Battle): इसका उल्लेख ऋग्वेद के सातवें मंडल में है। यह परुष्णी नदी (आधुनिक रावी नदी) के तट पर लड़ा गया था।
  3. सत्यमेव जयते: यह आदर्श वाक्य मुण्डकोपनिषद से लिया गया है।
  4. उपनिषद: इन्हें वेदांत भी कहते हैं। ये ज्ञान पर आधारित हैं और इनकी कुल संख्या 108 है।
  5. विद्वान महिलाएँ:
    • ऋग्वैदिक काल: अपाला, घोषा, विश्ववारा।
    • उत्तर-वैदिक काल: गार्गी और मैत्रेयी।

❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q.1. वैदिक सभ्यता के संस्थापक कौन थे?

Ans. वैदिक सभ्यता के संस्थापक आर्य थे।

Q.2. ऋग्वैदिक काल में सबसे महत्वपूर्ण देवता कौन थे?

Ans. ऋग्वैदिक काल में सबसे महत्वपूर्ण देवता इन्द्र (वर्षा और युद्ध के देवता) थे, जिनके लिए ऋग्वेद में सबसे अधिक (250) ऋचाएँ समर्पित हैं।

Q.3. 'गाय' को ऋग्वैदिक काल में किस नाम से जाना जाता था?

Ans. गाय को 'अघन्या' नाम से जाना जाता था, जिसका अर्थ है न मारने योग्य

Q.4. वैदिक काल को कितने भागों में बाँटा गया है और उनके नाम क्या हैं?

Ans. वैदिक काल को दो भागों में बाँटा गया है: ऋग्वैदिक काल (1500-1000 ई.पू.) और उत्तर-वैदिक काल (1000-600 ई.पू.)

Q.5. भारतीय संगीत का जनक किस वेद को कहा जाता है?

Ans. भारतीय संगीत का जनक सामवेद को कहा जाता है।

Q.6. "सत्यमेव जयते" कहाँ से लिया गया है?

Ans. "सत्यमेव जयते" मुण्डकोपनिषद से लिया गया है।

📜 निष्कर्ष (Conclusion)

वैदिक सभ्यता ने भारतीय इतिहास और संस्कृति की नींव रखी। ऋग्वैदिक काल का सरल, समानता आधारित समाज और उत्तर-वैदिक काल में कृषि का विकास, ये सभी तथ्य परीक्षा की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण हैं। इन नोट्स को अच्छी तरह से दोहराएँ ताकि आप UP Home Guard की परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।