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कारक (Karak): परिभाषा, भेद, उदाहरण | Hindi Vyakaran Notes

कारक (Karak): परिभाषा, भेद, उदाहरण | Hindi Vyakaran Notes

कारक (Karak): परिभाषा, भेद, उदाहरण | Hindi Vyakaran Notes

कारक (Karak): परिभाषा, भेद, उदाहरण | Hindi Vyakaran Notes

नमस्ते! यह लेख आपके लिए कारक (Karak) पर एक विशेषज्ञ हिंदी शिक्षक द्वारा तैयार किया गया है। यह सामग्री शून्य स्तर से लेकर उन्नत स्तर तक, स्कूल के छात्रों (School Students), कॉलेज के छात्रों (College Students) और प्रतियोगी परीक्षा (Competitive Exam Aspirants) जैसे SSC, UPSC, Railway, Banking की तैयारी करने वालों के लिए बहुत उपयोगी होगी।

🔹 CHAPTER INTRODUCTION (कारक परिचय)

कारक हिंदी व्याकरण का एक बहुत महत्वपूर्ण अंग है। इसे सबसे सरल भाषा में समझते हैं।

कारक (Karak) का मतलब क्या है?

जब हम कोई वाक्य बोलते हैं, तो उसमें कई शब्द होते हैं - जैसे, संज्ञा (Noun), सर्वनाम (Pronoun), क्रिया (Verb), आदि।

कारक वह कड़ी (link) है जो संज्ञा या सर्वनाम का संबंध क्रिया से या वाक्य के अन्य शब्दों से जोड़ती है।

उदाहरण:

  1. राम ने रावण को बाण से मारा। (सही)
  2. राम रावण बाण मारा। (गलत, अधूरा)

पहले वाक्य में 'ने', 'को', 'से' ये कारक चिह्न (या विभक्ति) हैं, जिन्होंने शब्दों को सही ढंग से जोड़कर वाक्य का अर्थ स्पष्ट कर दिया।

🔹 BASIC CONCEPTS (मूल अवधारणाएं)

अवधारणा (Concept) विवरण (Details) उदाहरण
कारक वह शब्द या तरीका जो संज्ञा/सर्वनाम का संबंध क्रिया से बताता है। राम ने पत्र लिखा।
विभक्ति / परसर्ग कारक को दर्शाने वाला चिह्न या निशान। यह हमेशा संज्ञा या सर्वनाम के बाद आता है। (यह कारक की पहचान है)। ने, को, से, में, पर, आदि।
भेद हिंदी में कारक के आठ (8) भेद होते हैं। कर्ता कारक, कर्म कारक, करण कारक, आदि।

🔹 IMPORTANT DEFINITIONS (कारक के आठ भेद और उनकी विभक्ति)

कारक (Karak): संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से उसका संबंध वाक्य की क्रिया से जाना जाता है, उसे कारक कहते हैं।

कारक भेद विभक्ति चिह्न (परसर्ग) पहचान का सवाल (Trick)
1. **कर्ता कारक** ने (या Ø) क्रिया को करने वाला **(किसने? कौन?)**
2. **कर्म कारक** को (या Ø) क्रिया का प्रभाव किस पर पड़ा? **(किसको? क्या?)**
3. **करण कारक** से, के द्वारा क्रिया किसके **साधन** से की गई? **(किससे?)**
4. **संप्रदान कारक** को, के लिए क्रिया किसके **वास्ते** या उद्देश्य से की गई? **(किसके लिए?)**
5. **अपादान कारक** से (अलग होने, तुलना, डर) क्रिया में **अलग होने** या तुलना का भाव कहाँ से है? **(कहाँ से?)**
6. **संबंध कारक** का, के, की, रा, रे, री एक संज्ञा का दूसरे से क्या **संबंध** है?
7. **अधिकरण कारक** में, पर क्रिया कहाँ (स्थान) या कब (समय) हुई? **(कहाँ? किस पर?)**
8. **संबोधन कारक** हे!, ओ!, अरे! किसी को **बुलाने** या **पुकारने** के लिए।

कारक भेदों का विस्तृत उदाहरण

  • **कर्ता कारक:** **राम ने** गाना गाया। (गाना किसने गाया? राम ने।)
  • **कर्म कारक:** माँ **बच्चे को** सुला रही है। (सुलाने का असर किस पर? बच्चे पर।)
  • **करण कारक:** वह **चाकू से** फल काटता है। (साधन: चाकू।)
  • **संप्रदान कारक:** मैंने **गरीब को** कपड़े दिए। (गरीब के लिए कुछ किया।)
  • **अपादान कारक:** पत्ता **पेड़ से** गिरा। (पेड़ से अलग हुआ।)
  • **संबंध कारक:** यह **राम का** भाई है। (राम और भाई का संबंध)
  • **अधिकरण कारक:** किताबें **मेज पर** रखी हैं। (रखने का स्थान: मेज)
  • **संबोधन कारक:** **अरे!** तुम कब आए?

🔹 DAILY LIFE EXAMPLES (दैनिक जीवन के उदाहरण)

कारक भेद उदाहरण (Examples)
कर्ता **पिताजी ने** मुझे आवाज़ दी।
करण हम **बस से** दिल्ली गए। (बस साधन है)
अपादान बच्चा **कुत्ते से** डरता है। (डरने का भाव)
संबंध यह **मेरी** किताब है।
अधिकरण पानी **गिलास में** है।

🔹 COMMON MISTAKES (सामान्य गलतियाँ)

  • **करण Vs अपादान:** दोनों की विभक्ति 'से' है। करण में 'से' का अर्थ **जुड़ना/साधन** होता है, जबकि अपादान में 'से' का अर्थ **अलग होना/डरना** होता है।
  • **कर्म Vs संप्रदान:** 'को' का प्रयोग। संप्रदान कारक में 'को' का अर्थ **'के लिए'** होता है (जब कुछ दिया जाए)।
    **कर्म:** पुलिस **चोर को** पकड़ती है। **संप्रदान:** माँ **बच्चे को** दूध देती है।
  • **कर्ता में 'ने' का प्रयोग:** 'ने' का प्रयोग केवल **भूतकाल** की **सकर्मक** क्रियाओं के साथ होता है।

🔹 EXAM IMPORTANT POINTS (परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण बिंदु)

ट्रिक: 'अलग होना', 'डरना', 'तुलना करना', और 'सीखना' - इन सभी भावों में हमेशा अपादान कारक होता है।

  • हिंदी में कारकों की संख्या 8 मानी गई है।
  • 'वह घर से बाहर आया' में 'घर से' अपादान कारक है, क्योंकि 'घर से' अलग होने का भाव है।
  • जहां किसी को स्थायी रूप से कुछ दिया जाता है (वापस न लिया जाए), वहाँ संप्रदान कारक होता है। (जैसे: राजा ने भिखारी को दान दिया।)

🔹 PRACTICE QUESTIONS:

A. Easy level

  1. 'बिल्ली छत पर बैठी है।' इस वाक्य में कौन-सा कारक है?
  2. कर्म कारक का विभक्ति चिह्न क्या है?
  3. 'अलग होने' के भाव में किस कारक का प्रयोग होता है?

B. Medium level

  1. निम्नलिखित में से कौन-सा वाक्य संप्रदान कारक का उदाहरण है? (a) वह बस से स्कूल जाता है। (b) पिताजी ने नौकर को पैसे दिए। (c) पेड़ से फल गिरा।
  2. 'मैंने हाथ से पत्र लिखा' और 'हाथ से गिलास गिर गया'। दोनों वाक्यों में 'से' अलग-अलग कारक क्यों हैं?

C. Hard level

  1. निम्नलिखित वाक्य में रेखांकित शब्दों के कारक भेद पहचानिए: मोहन ने अध्यापक को पढ़ने के लिए बुलाया और उन्हें किताबें भेंट कीं।
  2. वह कारक कौन-सा है, जो क्रिया के स्थान, समय और आधार को सूचित करता है?

🔹 ANSWERS WITH EXPLANATION

A. Easy level (उत्तर)

  1. **अधिकरण कारक**। ('पर' आधार या स्थान बता रहा है।)
  2. **को**।
  3. **अपादान कारक**।

B. Medium level (उत्तर)

  1. **b) पिताजी ने नौकर को पैसे दिए।** (नौकर के लिए/स्थायी रूप से कुछ दिया गया $\rightarrow$ संप्रदान कारक)
  2. **अंतर:** पहले वाक्य में 'से' साधन (करण) है, और दूसरे में 'से' अलगाव (अपादान) है।

C. Hard level (उत्तर)

  1. (i) अध्यापक को: **कर्म कारक**। (बुलाने की क्रिया का फल) (ii) किताबें: **कर्म कारक**। (भेंट करने की क्रिया का फल)
  2. **अधिकरण कारक**।

यह नोट्स विशेष रूप से प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। ऐसे ही अन्य विषयों के लिए बने रहें!