ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) क्या होता है?
ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) एक सिस्टम सॉफ्टवेयर होता है जो कंप्यूटर हार्डवेयर और यूज़र के बीच इंटरफेस का काम करता है। यह सभी हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर रिसोर्सेस को मैनेज करता है और यूज़र को कंप्यूटर चलाने का प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करता है।
🔹 ऑपरेटिंग सिस्टम के मुख्य कार्य:
- प्रोसेसर को नियंत्रित करना
- मेमोरी का प्रबंधन (Memory Management)
- फ़ाइल सिस्टम मैनेज करना
- इनपुट/आउटपुट डिवाइसेस को संभालना
- यूज़र इंटरफेस प्रदान करना
- सुरक्षा और परमिशन नियंत्रण
🔹 ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार:
- 1. बैच ऑपरेटिंग सिस्टम (Batch OS): पुराने समय में उपयोग होता था जहां काम बैच में होता था।
- 2. मल्टी-प्रोग्रामिंग OS: एक साथ कई प्रोग्राम रन करने की सुविधा।
- 3. टाइम-शेयरिंग OS: हर यूज़र को थोड़ी-थोड़ी समयावधि दी जाती है।
- 4. मल्टीटास्किंग OS: कई टास्क एक साथ चलाना।
- 5. रियल टाइम OS (RTOS): तत्काल परिणाम देने वाला OS जैसे एयरक्राफ्ट कंट्रोल सिस्टम।
- 6. डिस्ट्रीब्यूटेड OS: नेटवर्क में जुड़े कई कंप्यूटरों को कंट्रोल करना।
🔹 कुछ लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम:
- 🪟 Windows
- 🐧 Linux
- 🍎 macOS
- 📱 Android
- 📱 iOS
🧠 ऑपरेटिंग सिस्टम क्यों ज़रूरी है?
OS के बिना कंप्यूटर या मोबाइल सिर्फ हार्डवेयर होता है। ऑपरेटिंग सिस्टम के कारण ही यूज़र कंप्यूटर से संवाद कर पाता है, फाइल सेव करता है, प्रोग्राम चला पाता है और डिवाइस को कंट्रोल करता है।
📌 निष्कर्ष (Conclusion)
ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर का दिल है। इसके बिना कंप्यूटर बेकार है। यह यूज़र और हार्डवेयर के बीच एक सेतु का कार्य करता है। Windows, Linux, Android, macOS आदि इसके उदाहरण हैं।
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